भोपाल. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासनकाल में दो महीने से अधिक समय (नवंबर 2018 से जनवरी 2019 तक) में हत्या, लूटपाट की वारदात बड़ी
Feb 18/2019
भोपाल. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासनकाल में दो महीने से अधिक समय (नवंबर 2018 से जनवरी 2019 तक) में हत्या, लूटपाट और महिलाओं पर अत्याचार के 12 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आए, जिनमें सबसे ज्यादा महिलाओं पर अत्याचार के कुल छह हजार 310 मामले शामिल हैं। एक अन्य प्रश्न के लिखित जवाब में गृहमंत्री ने बताया कि 15 दिसंबर से इस वर्ष 22 जनवरी तक के अंतराल में कुल 179 हत्याएं और 410 दुष्कृत्य के मामले सामने आए हैं।
गृहमंत्री बाला बच्चन ने सोमवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव के एक सवाल के लिखित जवाब में ये जानकारी दी। गृहमंत्री बाला बच्चन ने बताया कि 11 नवंबर 2018 से 22 जनवरी 2019 तक प्रदेश में हत्या, चोरी, लूटपाट, डकैती और महिलाओं पर अत्याचार के कुल 12 हजार 325 प्रकरण दर्ज हुए। इनमें सर्वाधिक महिलाओं पर अत्याचार के छह हजार 310 मामले सामने आए।
इस अवधि में हत्या के 332, चोरी के पांच हजार 467, लूटपाट के 213 और डकैती के तीन मामले दर्ज हुए। महिलाओं पर अत्याचार के सर्वाधिक मामले 445 राजधानी भोपाल में सामने आए। उज्जैन में ये संख्या 348, ग्वालियर में 325, धार में 296 और इंदौर में 265 रही।
सबसे ज्यादा चोरी भोपाल में
इस अवधि में सर्वाधिक चोरियां 776 भी राजधानी भोपाल में दर्ज हुईं। प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में ये आंकड़ा 671 रहा। हत्या के मामले इंदौर में 21, ग्वालियर में 16, सागर में 14 और राजधानी भोपाल में 15 दर्ज हुए।
सायबर क्राइम
बाला बच्चन ने भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि प्रदेश में 2019 में अब तक कुल 38 सायबर अपराध दर्ज हुए। साल 2017 में ये संख्या 132 थी, जिनमें से 116 निराकृत किए गए। 2018 में कुल दर्ज 315 सायबर अपराधों में से 189 निराकृत किए गए। बच्चन ने बताया कि प्रदेश में अपराध शाखा की इंवेस्टिगेशन यूनिट में फिलहाल 359 पद रिक्त हैं।
सवा महीने में मध्यप्रदेश में 179 हत्याएं, 410 दुष्कृत्य : मध्यप्रदेश में पिछले साल 15 दिसंबर से इस वर्ष 22 जनवरी तक के अंतराल में कुल 179 हत्याएं और 410 दुष्कृत्य के मामले सामने आए हैं। गृह मंत्री बाला बच्चन ने आज मध्यप्रदेश विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी विधायक भूपेंद्र सिंह के एक सवाल के लिखित जवाब में ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में 15 दिसंबर से लेकर इस साल 22 जनवरी तक प्रदेश में हत्या के 179, हत्या के प्रयास के 167, दुष्कर्म के 410 और लूट के 132 मामले सामने आए। इस अवधि में रीवा और इंदौर संभाग में सर्वाधिक 27-27 हत्याएं हुईं। दुष्कर्म के सर्वाधिक मामले भी इंदौर संभाग में 87 दर्ज हुए। जबलपुर संभाग में हत्या के प्रयास के सबसे ज्यादा 36 मामले सामने आए। लूट भी सर्वाधिक 28 इंदौर संभाग में ही हुईं।
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