किसानों के अभी 95000 नाम फाइनल, उसमें से 8000 किसानों को ही मिलेगी राशि, बचे 1 लाख 35 हजार का क्या होगा, तय नहीं
Feb 21 /2019
दो तरह के किसानों की सूची तैयार की जा रही है। इनमें एक सूची तो वह है जिन किसानों ने लोन लिया था और इसे जमा कर दिया...
1. दो तरह के किसानों की सूची तैयार की जा रही है। इनमें एक सूची तो वह है जिन किसानों ने लोन लिया था और इसे जमा कर दिया था। इसके बाद फिर से उन्होंने खाद-बीज के लिए लोन ले लिया। यानि इस तरह के किसान जिनके खाते चालू स्थिति में हैं। इन किसानों में उनको सबसे पहले लिया जाएगा जिनके नाम एक हजार से 50 हजार तक का लोन है। इनका लोन सबसे पहले माफ किया जाएगा। इसके बाद शेष किसानों को शामिल किया जाएगा।
2. उन किसानों की सूची है जिनके खाते बंद पड़े हैं और उन पर दो लाख तक का लोन है। इन किसानों की सूची तैयार कर इनका लोन माफ करने सरकार बैंकों को भुगतान करेगी। इसके बाद इन किसानों को नोड्यूज प्रमाण पत्र जारी हो जाएंगे। इससे ये किसान फिर से लोन की राशि ले सकेंगे।
8 हजार किसानों के लोन माफी की सूची अंतिम स्वीकृति के लिए भेजी
मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के भुगतान को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जिम्मेदार भी यह नहीं बता पा रहे हैं कि किसानों के खातों में कब तक राशि जमा हो जाएगी। कर्ज माफी के लिए जिले के 2 लाख 45 हजार किसानों के नाम थे जिनमें से 15 हजार विभिन्न कारणों के चलते रिजेक्ट कर दिए गए हैं। पहले चरण में जिले के 95 हजार किसानों के नाम फाइनल हुए है, उसमें से भी सबसे पहले 8 हजार किसानों के नामों की सूची जारी की गई है जिसे अंतिम मुहर लगते ही भुगतान की प्रक्रिया 22 फरवरी से शुरू हो जाएगी। जबकि 1 लाख 35 हजार किसानों का क्या होगा, ये तय नहीं है।
जिन किसानों के नाम पर 2-2 लाख के लोन थे उनकी संख्या 2 लाख 45 हजार थी। इसके बाद 15 हजार किसान रिजेक्ट हो गए। इस तरह अंतिम सूची में 2 लाख 30 हजार किसान बाकी बचे हैं।
950 करोड़ की राशि माफ करनी है, पहले 1 से लेकर 50 हजार रुपए तक के लोन वाले किसान चुने
सवाल: लोस चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद भी राशि आएगी या नहीं, पता नहीं
किसानों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उनका कर्ज कब तक माफ हो सकेगा। अभी सभी असमंजस में हैं कि कर्ज माफी किस तरह होगी। राशि उनके खातों में कब तक आएगी और उन्हें इसकी जानकारी कब मिलेगी, इसके बारे में जानकारी नहीं होने से किसान भी परेशान हैं। यह भी बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता यदि लग जाती है तो फिर किसानों के खातों में कर्ज की राशि चुनाव के बाद आ सकेगी। हालांकि इसके बारे में भी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। इस संबंध में जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही किसानों के खातों में राशि आना शुरू हो जाएगी। डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर अवनीश चतुर्वेदी ने बताया कि 2.45 लाख में से 2.30 लाख नाम फाइनल हुए हैं। इनमें से जैसे जैसे सूचियां फाइनल होती जाएंगी, उसी हिसाब से कर्ज माफी होती जाएगी। अभी शुरू में 8 हजार किसानों की सूची फाइनल हुई है। सभी किसानों का कर्ज कब तक माफ हो सकेगा, यह कहना अभी संभव नहीं है।
दो तरह से हो रही कर्ज माफी
किसानों को आएंगे एसएमएस
अभी 8 हजार किसानों की सूची क्लेम के लिए जारी की गई है। इसकी स्वीकृति मिलने के बाद जो कुल राशि होगी उसके लिए डिमांड की जाएगी। इसके बाद आवंटन मिलेगा और फिर निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर भुगतान कर दिया जाएगा।
तहसील स्तर पर लगेंगे कैंप : कर्ज माफी को लेकर तहसील स्तर पर कैंप लगाए जाएंगे। ये कैंप 25 फरवरी से 1 मार्च तक लगाए जाएंगे। जिले के जो 2 लाख 30 हजार किसान बचे हैं उनमें से एक हजार से 50 हजार रुपए लोन कितने किसानों के ऊपर है, इसकी सूची तैयार की जा रही है।
परेशानियां ये...
1. एमपी ऑन लाइन के वर्क नहीं करने से काम समय पर नहीं हो पा रहा है। इसलिए काफी परेशानियां आ रही हैं।
2. पंचायतों ने जो ऋणि किसानों की सूचियां तैयार की हैं वे जनपद पंचायतों में भेजी गईं। इन सूचियों के आधार पर जब किसानों के आधार को लिंक किया जा रहा है तो नामों में हुई गड़बड़ी से प्रकरण फाइनल नहीं हो पा रहे हैं। स्पेलिंग में हुई गलती के कारण यह सब हो रहा है। इन सूचियों को फिर से ठीक किया जा रहा है।
3. जिन किसानों ने दो बैंकों में लोन लिया है तो यदि राष्ट्रीयकृत बैंक से अधिक राशि लोन ली है और सहकारी बैंक से कम लोन लिया है तो उन किसानों ने राष्ट्रीयकृत बैंकों में आवेदन दिया है। यदि दो लाख राष्ट्रीयकृत बैंक से और 50 हजार सहकारी बैंक का लोन है तो सहकारी समितियों ने यह आपत्ति दर्ज कराई हैं कि पहले उनके यहां के लोन की राशि को माफ किया जाए।
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