M.p. mandi

मध्यप्रदेश की सभी मंडियों के ताजा भाव जानने के लिए click करे.... मध्यप्रदेश मंडी भाव (Madhya Pradesh market price)







1850   |  
  • Breaking News

    कांग्रेस के राज में बैखोप बदमाश ,, मूंछों के बाल उखाड़ दिए, सिर के बाल काटे और पुलिस की गाड़ी में छोड़ भाग गए



    27 Feb 2019
    देवास। जिले में लगातार गंभीर अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सोमवार को टोंककला के पास एक सुनार की रास्ते चलते हत्या के बाद अब पीपलरांवा थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री की सभा से वापस लौट रहे के कांग्रेस नेता का अपरहण कर लिया गया और बाद में अधमरा कर छोड़ दिया। अब घायल नेता का इलाज इंदौर में किया जा रहा है।

    -सीएम की सभा से लौट रहे थे, पीटा और पांच से अधिक गांवों में जुलूस निकाला


    -परिजनों ने एसपी को दिया ज्ञापन, कहा-पूरा थाना बिका हुआ है, आप हमें 24 घंटे की छूट दे दो...


    सोनकच्छ में मंगलवार को हुई मुख्यमंत्री कमलनाथ की सभा से लौट रहे देवास जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष जसवंत सिंह निवासी मुंडलादांगी का बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर अपहरण किया था। पहले बदमाश उन्हें अपने गांव ले गए और चौराहे पर खड़ा कर पीटा। पांच से अधिक गांवों में ले जाकर जुलूस निकाला। मूंछों के बाल उखाड़ दिए। सिर के बाल काटे और पुलिस की गाड़ी में छोड़कर भाग गए। परिजनों आरोप है कि वे तीन घंटे तक परिजन उपाध्यक्ष को तलाशते रहे, लेकिन अपराधियों से सांठगांठ के कारण पुलिस ने मदद नहीं की। घायल को बदमाश पुलिस के सामने गाड़ी में छोड़कर फरार हो गए। जसवंत सिंह को इलाज के लिए इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार शाम दांगी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष जसवंतसिंह दांगी का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की थी और उनकी मूंछे उखाड़ दी थी। घटना से आक्रोशित दांगी समाज के लोगों व अन्य ग्रामीणों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर बुधवार को ज्ञापन सौंपा। सभी लोग दोपहर करीब एक बजे एसपी ऑफिस पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सीएसपी अनिलसिंह राठौर वहां पहुंचे और लोगों से चर्चा की। इसके कुछ देर बाद दोपहर करीब दो बजे एसपी सीएस सोलंकी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पीपलरावां पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पुलिस पर मिलीभगत के आरोप लगाए। परिजनों ने कहा कि कल से लेकर अभी तक आरोपित पकड़ में नहीं आए। दो-तीन अपराधियों को पकड़कर हमने पुलिस को सौंपा... तब से लेकर अब तक क्या किया। हमने गाड़ियां भी पकड़कर सौंपी.. उस पर नंबर है, नाम है... क्या कार्रवाई हुई। पूरा थाना बिका हुआ है। पीपलरावां पुलिस कुछ नहीं करती। हमें 24 घंटे दे दीजिए। फिर पीपलरावां थाना क्षेत्र में एक भी अपराध नहीं होगा। अगर हमारे ऊपर गोली भी चलेगी तो भी हम नहीं मरेंगे। ज्ञापन में परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने, आरोपितों की गिर्रतारी व रासुका लगाने की मांग की गई।

    नाराज ग्रामीण पहुंचे एसपी ऑफिस, लगाए पुलिस पर आरोप


    परिजनों ने एसपी को कहा कि जब आपसे बात हुई तो पुलिस सक्रिय हुई। पीपलरावां पुलिस ने आरोपितों को फोन कर दांगी को छोड़ने को कहा। इसके बाद आरोपितों ने उन्हें डायल-100 में छोड़ा। इस दौरान दांगी होश में थे और उन्होंने पुलिसकर्मियों को बोला कि आरोपितों की गाड़ी का नंबर नोट करो, उन्हें पकड़ों लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दांगी के पोते ने कहा कि दादाजी के मिलने की खबर के बाद हम देवास के जिला अस्पताल आ गए लेकिन पुलिस उन्हें दो घंटे बाद लेकर पहुंची। वहां से यहां आने में 45 मिनट लगते हैं। घटना के बाद भी पुलिस सवा घंटे बाद मौके पर पहुंची थी। एसडीओपी पहुंच गए लेकिन तीन किमी दूर चौकी से पुलिस नहीं पहुंची। परिजनों ने कहा कि पीपलरावां थाने के सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल व लोकेशन ट्रेस करो। इससे सब पता चल जाएगा।

    आरोपितों का पूरा रिकॉर्ड सौंपा


    परिजनों ने ज्ञापन में आरोपित राजेंद्रसिंह, अर्जुनसिंह, माखनसिंह, भगवानसिंह पिता देवीसिंह, लखन पिता लाड़सिंह, प्रकाश पिता लाड़सिंह, पिंटू पिता रामचंद्र, भगवानसिंह चिकना, पप्पू उर्फ अर्जुन निवासी सम्मसखेड़ी पर हमला करने के आरोप लगाए। साथ ही सभी आरोपितों के अभी तक के अपराधों की जानकारी का रिकॉर्ड एसपी को सौंपा। ग्रामीणों ने आरोपितों पर रासुका लगाने की मांग की।

    मंत्री का आ जाता है प्रेशर


    ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पीपलरावां पुलिस एक चोर नहीं पकड़ पाती है। खेत से मोटर चोरी की नामजद रिपोर्ट की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पुलिस पर एक मंत्री का प्रेशर आ जाता है।

    सख्त कार्रवाई होगी


    ग्रामीणों की बात सुनने के बाद एसपी सीएस सोलंकी ने कहा कि आपका फोन आने के बाद मैं तत्काल घटनास्थल पर पहुंचा था। हमारी प्राथमिकता थी कि जसवंतसिंहजी सकुशल वापस आ जाए। उनके बयान के बाद हम संबंधितों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। पुलिसकर्मियों की मिलीभगत को लेकर वरिष्ठ अफसर से जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने सात दिन का समय देते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया।

    घेरकर पीटा, पूरा गांव देखता रहा


    जसवंत के बेटे नरेंद्र ने बताया पिता जसवंत सिंह के साथ हुई घटना से समाजजन में रोष है। वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग और आरोपितों से मिलीभगत करने वाले पुलिस अधिकारियों की मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे। नरेंद्र ने बताया पिता अपनी बाइक से मंगलवार को मुख्यमंत्री की सभा में शामिल होने के लिए सोनकच्छ गए थे। एक अन्य बाइक पर चचेरा भाई जितेंद्र भी उनके साथ गया था। दोनों करीब 5.30 बजे सभी समाप्त होने के बाद अपनी अपनी बाइक से घर लौट रहे थे। कल्लू खेड़ी और इकलेरा गांव के बीच पीछा करते हुए 25 से अधिक बदमाशों ने उनकी गाड़ी के आगे अपनी कार अड़ाकर रोक लिया। पिता को पिस्टल दिखाकर धमकाने लगे। मारपीट की और कार में जबरन बैठाकर अपने साथ ले गए। पिता की गाड़ी के पीछे अपनी बाइक से आ रहे चचेरे भाई ने फोन लगाकर पिता के अपहरण हो जाने की सूचना दी। पिता को बदमाश पहले अपने गांव इकलेरा ले गए। गांव के चौराहे पर खड़ा करके पिता को घेरकर पीटा। इस दौरान पूरा गांव तमाशबीन बना रहा। विरोध करने और पुलिस को गवाही देने वाले के साथ भी ऐसा ही बतरव करने की धमकी दी। इलाके के लोगों को रिश्तेदार के मंत्री बनने का हवाला देकर धमकाया। इतने में भी बदमाशों का मन नहीं भरा तो वे पिता को लेकर पांच से अधिक गांव में ले गए। बालोन, लसूड़िया ब्राह्मण, सुल्तानपुरा, भीलखेड़ी गांव ले जाकर पिता को पीटा और जुलूस निकाला। जुलुस के दौरान सिर और मूंछों के बाल उखाड़े और काट दिए। पिता के साथ गाली-गलौज करते रहे। उन्हें जलील किया और गांव वालों के सामने उनका अपमान करते रहे। इस बीच पिता को कई स्थानों पर तलाशा लेकिन वे नहीं मिले।

    हालत गंभीर होने की वजह से निजी अस्पताल में कराया भर्ती

    नरेंद्र ने बताया कि पिता को इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पिता की हालत गंभीर है। मारपीट के कारण वे ठीक से बोल नहीं पा रहे हैं। पिता के अपहरण से लेकर मारपीट की जानकारी होने के बाद भी थाना प्रभारी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

    दो साल से चल रहा है आरोपितों से विवाद


    नरेंद्र ने बताया कि दो साल से आरोपित परिवार से विवाद चल रहा है। आरोपितों ने जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करके लोन लेने का प्रयास किया था। सत्यापन करने वाले से आरोपित परिवार के फर्जीवाड़े की जानकारी लगी थी। इस पर उनके खिलाफ केस किया था। बदला लेने के लिए आरोपितों ने चचेरे भाई के साथ मारपीट की थी। दोनों परिवार कांग्रेस से जुड़े हैं। जानकारी के अनुसार पीड़ित गुट सज्जन वर्मा से जुड़ा हुआ है। जबकि आरोपित पक्ष हुकुम सिंह कराड़ा से जुड़ा हुआ है।

    एएसपी करेंगे जांच


    एसपी सोलंकी ने बताया घटना के बाद पुलिस पहुंची थी। इसके बाद डायल-100 से घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया था। परिजनों ने जो आरोप पुलिस पर लगाए हैं उनकी जांच कराएंगे। एएसपी को जांच करने को कहा है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    कोई टिप्पणी नहीं

    Next post

    गेंहू उत्पादक किसानों के लिए बड़ी खबर गेहूं समेत रबी की 6 फसलों पर एमएसपी बढ़ाया

    खुशखबरी! गेंहू उत्पादक किसानों के लिए बड़ी खबर गेहूं समेत रबी की 6 फसलों पर एमएसपी बढ़ाया केंद्र सरकार ने गेहूं और सरसों समेत 6 फसलों के एमएस...

    Post Top Ad