Feb 25/2019
बालाघाट। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज जिले से किसान आंदोलन का शंखनाद करते हुये कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही बैलगाड़ी पर सवार होकर अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देने निकले, लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने बैरिकेट लगाकार रोका दिया, जहां शिवराज सिंह सड़क पर बैठ गये
पूर्व सीएम, पूर्व कृषि मंत्री और विधायक सहित बीजेपी पदाधिकारियों के साथ किसानों ने बीच रोड पर धरने पर बैठे रहे. दरअसल कमलनाथ सरकार पर किसानों से किये गये वचन पत्र में वादे को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुये जिले में किसान आंदोलन किया गया. जहां किसान बैलगाड़ी में सवार होकर आंदोलन में पहुंचे. जनसभा के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपने के लिये रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट के लिये रवाना हुये, लेकिन प्रदर्शनकारियों को बीच में ही विश्वेश्वरैया चौक में पुलिस द्वारा रोक दिया गया.
'सरकार किसानों का पूरा कर्ज करे माफ'
बैलगाड़ी में सवार होकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रैली का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सभी किसानों का कर्ज माफ करने का वचन दिया था लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा है. सरकार सभी किसानों का कर्ज माफ कर अपना वचन निभाए. शिवराज सिंह ने किसानों की धान उपज का 25 सौ रूपये प्रति क्विंटल देने की मांग भी की.
'किसानों को नहीं मिल रहा उपज का पूरा दाम'
इस दौरान शिवराज सिंह ने सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है. किसानों के उपज का अभी तक कीमत नहीं दिया है, बैंक और सहकारी समितियों का चक्कर काटने पर मजबूर है. कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ वादा खिलाफी किया है. किसानों का पूरी तरह से कर्ज माफ नहीं किया गया है. शिवराज सिंह ने कहा कि धरना पर बैठकर हम मुख्यमंत्री तक अपनी बातें पहुंचाना चाहते हैं कि वह किसानों से किये गये वादे को पूरा करें, सभी किसानों का 2 लाख रूपये तक का कर्ज माफ करें. अन्यथा प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा. शिवराज सिंह ने कहा कि ओला पाला से जो फसले खराब हुईं है. उसका भी मुआवजा सरकार दे और बेरोजगार युवाओं को खाते में डाले.
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