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    फसलों की तरह ही बांस की खेती में भी एहतिया बरतना जरूरी (प्रश्‍न उत्‍तर विधी द्वारा) (Just like crops, it is important to take precautions in the cultivation of bamboo (by question answer rituals))

    फसलों की तरह ही बांस की खेती में भी एहतियात बरतना जरूरी (प्रश्‍न उत्‍तर विधी द्वारा)  :- Just like crops, it is important to take precautions in the cultivation of bamboo (by question answer rituals) ,


    बांस की खेती किसानों के लिए आय का एक बेहतर विकल्प है। पारंपरिक उपयोग के साथ ही इन दिनों बांस का वैकल्पिक इस्तेमाल भी होने लगा है, जिससे बाजार में इसकी मांग भी बढ़ी है।

    बांस आय का एक बेहतर विकल्प तो है, लेकिन इसकी खेती से लेकर रखरखाव तक के तरीकों से बांस किसान अनजान हैं। किसान बांस तो लगा देते हैं, लेकिन उसकी देखरेख नहीं करते, जिस कारण कई बार बांस के पौधे नष्ट हो जाते हैं या नष्ट नहीं भी होते, तो उनका वैसा विकास नहीं पाता, जैसी उम्मीद होती है।

    बांस से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि अन्य फसलों की तरह ही बांस की भी देखभाल की जानी चाहिए। बांस की खेती और उसके रखरखाव के लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए, इसको लेकर हमने केंद्र सरकार समर्थित बंबू टेक्निकल सपोर्ट ग्रुप – केएफआरआई के को-ऑर्डिनेटर डॉ ई. एम. मुरालीधरन से बातचीत की। यहां पेश है बाचतीच का अंश –

    सवाल - बांस के पेड़ों को कीटाणुओं से कैसे बचाया जा सकता है?

    जवाब – कृषि फसलों की तरह बांस को कीटाणुओं से उतना खतरा नहीं होता है, इसीलिए इसकी सुरक्षा के लिए नियमित कीटनाशक या रसायन का इस्तेमाल नहीं किया जाता। हां, जब बांस के पौधे लगाते हैं, तो दीमक का खतरा रहता है। अतः पौधा लगाते वक्त गड्ढे में दीमकनाशक का इस्तेमाल (विशेषज्ञों की सलाह पर) किया जाना चाहिए। बांस के पौधे में अगर फंगल व बैक्टीरियल बीमारियां हो, तो सामान्य तौर पर खेती में प्रयोग होनेवाले रसायन से स्प्रे किया जा सकता है। जहां बांस के पौधे लगाये गये हों, उस जगह की नियमित सफाई करनी चाहिए।

    सवाल - बांस की कटाई कब करनी चाहिए ?

    जवाब – बांस की कटाई बारिश के मौसम के बाद और गरमी शुरू होने से पहले यानी जनवरी से मई के बीच करनी चाहिए।

    सवाल - बांस काटने लायक हो गया या नहीं, इसकी पहचान कैसे करें।

    जवाब – बांस के पेड़ों की उम्र पता करने के लिए हर साल बांस को अलग रंग से मार्क किया जाता है। अमूमन बांस तीन साल या उससे ऊपर का हो जाये, तो उसे काट लेना चाहिए। बांस के रंगों को देखकर भी उसके परिपक्व होने का अनुमान लगाया जाता है। पुराने बांस पर काई जमने लगती है और भूरे रंग के चकत्ते उभरने लगते हैं। इनसे भी बांस के काटने लायक हो जाने की शिनाख्त की जाती है। पांच साल से अधिक होने पर बांस उपयोग लायक नहीं रह जाते।

    सवाल - बांस को काटने के बाद क्या एहतियाती कदम उठाये जाने चाहिए?

    जवाब – बांस को काटने के बाद सुरक्षित रखने के लिए उसे ऐसी जगह पर रखनी चाहिए, जहां खूब सारा धुआं होता हो। मसलन किचन। इसके अलावा क्रेयोसोट, बोरिक बोरैक्स ट्रीटमेंट (टैंक या वैक्यूम प्रेशर ट्रीटमेंट प्लांट में) कर कंस्ट्रक्शन, घर बनाने व हथकरघा से जुड़े उत्पाद बनाये जा सकते हैं।

    सवाल - बांस को काटने के बाद अगर इसमें कीटाणु लग जाये, तो बचाव संभव है ?

    जवाब – बांस को काटने के बाद अगर उसके भीतर कीटाणु लग जाये, तो ट्रीटमेंट मुश्किल है क्योंकि वह बांस के भीतर होता है। तो भी, इंसेक्टीसाइड्स को बांस के छिद्रों के जरिये भीतर डालकर कुछ हद तक कीटाणुओं से बचाया जा सकता है। लेकिन, बेहतर है कि पहले से एतहितायी कदम उठाये जायें, ताकि कीटाणु लगे ही नहीं।

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