कारणवश 15 दिसंबर तक गेंहू की बुवाई नहीं कर पाए तो इन बातों का रखे ध्यान
जिन किसान भाइयों ने अभी तक गेहूं की बुवाई नहीं की है, तो वे किसान अगेती किस्मों की बुवाई ना करते हुए 15 दिसंबर तक गेहूं की पछेती किस्मों की बुवाई अवश्य कर लें।
राज्यों के अनुसार सिंचित क्षेत्रों के लिए गेंहू की पछेती किस्में
मध्यप्रदेश के लिए एमपी 4010, एचआई 1418 (नवीन चंदौसी), डीएल-788-2 (विदिशा), एचआई 1454 ( आभा), जीडब्ल्यू-173, एचडी-2285, एचआई 8498, एचडी 2864 प्रमुख किस्में है।
हरियाणा के लिए डीबीडब्ल्यू-71, पीबीडब्ल्यू-590, एचडी-3059, डीबीडब्ल्यू-90, पीबीडब्ल्यू-373, राज-3765, डीबीडब्ल्यू-16, डब्ल्यूएच-1124 प्रमुख किस्में है।
उत्तर प्रदेश के लिए एचडी- 3059, पीबीडब्ल्यू- 373, एचडी 2932, राज- 3765, यूपी- 2338 व पीबी डब्ल्यू- 16 अच्छी किस्में है।
किसान भाइयों यदि किसी कारणवश 15 दिसंबर तक बुवाई नहीं कर पाए तो इसके बाद सिर्फ डब्ल्यूआर- 544 ( पूसा गोल्डन) किस्म लगाएं। देर से बुवाई के बाद भी यह किस्म अच्छी उपज देती है।
बीज की मात्रा ;- किसान भाइयों गेहूं की पछेती बुवाई करने पर बीज की मात्रा को 25 प्रतिशत तक बढ़ा लेना चाहिए।
सिंचाई ;- किसानों भाइयों गेंहू की पछेती किस्मों की बुवाई के लिए चार सिंचाई आवश्यक होती है। पहली सिंचाई जड़ निकलने के बाद, दूसरी कल्ले फूटने के बाद, तीसरी पौधों में बालियां निकलने के समय और चौथी दानों में दूध पडने के समय करनी चाहिए ।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना छठी किस्त
जवाब देंहटाएंजैसे कि आप सभी लोग जानते हैं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार किसानों को प्रति वर्ष ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। जो कि वह ₹2000 की तीन किस्तों में 4 महीने के अंतराल में प्रदान करती है। केंद्र द्वारा अब तक पांच किस्त जारी की जा चुकी हैं। केंद्र सरकार 1 अगस्त 2020 से किसानों को छठी किस्त की राशि भेजने जा रही है। यह राशि किसानों के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाएगी। यदि आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी सही नहीं है आपके अकाउंट में छठी की राशि नहीं आएगी। यह राशि प्राप्त करने के लिए आपको अपने द्वारा प्रदान की गई जानकारी को सही करना होगा। उसके पश्चात ही आप इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।