मप्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधा
भोपाल march 16/2019
● मप्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधा
● इंदाैर लोकसभा सीट से भाजपा की सांसद सुमित्रा महाजन 8 बार जीत दर्ज कर चुकीं
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में गुटबाजी खत्म होने का नाम ही नही ले रही है।नेता अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े कर रहे है। अब कमलनाथ सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर इंदौर लोकसभा सीट को सीरियली नही लेने का आरोप लगाया है ।उन्होंने कहा कि इस बार हम इंदौर सीट जीतने की स्थिति में हैं, लेकिन हाल में हुई घटना नेताओं का सीरियस नहीं होने का उदाहरण है। इंदौर लोकसभा सीट को हमारी पार्टी और नेताओं ने कभी सीरियसली नहीं लिया। वर्मा के इस बयान के बाद पार्टी में हड़कंप मच गया है।
क्या कहा वर्मा ने
वर्मा ने कहा कि मैं अपनी ही पार्टी के सीनियर नेताओं पर आरोप लगाता हूं कि हमारी पार्टी ने इंदौर लोकसभा चुनाव को कभी सीरियसली नहीं लिया। अभी जो दो तीन दिन में घटनाक्रम हुए, वह इस बात के संकेत हैं। मुख्यमंत्रीजी काफी वरिष्ठ और गंभीर राजनेता हैं, जिन्होंने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।
हम उनसे आशा करते हैं कि किसी और की सलाह माने बिना इंदौर का निर्णय विश्वसनीय साथियों से पूछकर करना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन द्वारा सुमित्रा महाजन को फिर से टिकट देने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद हमारे जीतने की स्थिति और मजबूत होती है। क्योंकि सत्तनजी एक वरिष्ठ और लोकप्रिय नेता हैं। यदि वे मैदान में उतरते हैं तो जितने वोट वो काटेंगे उससे हमें ही फायदा होना है।
दिग्विजय के स्पीकर पर बात करने से गलत संदेश गया
वर्मा ने कहा कि एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता के नाते दिग्विजय सिंह को ऐसा नहीं करना था। ऐसा करने से संदेश गलत जाता है। वैसे भी लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए नियम और गाइडलाइन है। सभी वरिष्ठ नेताओं के समन्वय से टिकट तय होता है। हालांकि इंदौर के टिकट को नेताओं ने सीरियस लिया ही नहीं।
दरअसल, बीते दिनों दिग्विजय इंदौर पहुंचे थे और उन्होंने दावेदारों को लेकर कार्यकर्ताओं की राय जानी। इस बीच दिग्गी ने विनय बाकलीवाल से पूछ लिया कि क्या तुम लोकसभा लड़ना चाहते हो। इच्छा है तो बोलो, मैं सीएम से बात करता हूं।इसी बीच कमलनाथ का उनको फोन आ गया। दिग्विजय ने फोन पर स्पीकर ऑन कर के बात करते हुए सीएम से बाकलीवाल की उम्मीदवार राय मांगी। जिस पर कमलनाथ ने उन्हें कमजोर उम्मीदवार करार दिया। जब दिग्विजय ने कमलनाथ को बताया कि फोन स्पीकर पर है तो कमलनाथ ने कहा कि अच्छा कैंडिडेट रहेगा। इसको लेकर अभी मामला ठंड़ा ही हुआ था कि अब वर्मा ने बयान देकर फिर सियासत गर्मा दी है। पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता के नाते दिग्विजय सिंह को ऐसा नहीं करना था। ऐसा करने से संदेश गलत जाता है। वैसे भी लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए नियम और गाइडलाइन है। सभी वरिष्ठ नेताओं के समन्वय से टिकट तय होता है।
वही उन्होंने पार्टी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने इंदौर सीट को कभी गंभीरता से लिया ही नहीं। अभी जो दो तीन दिन में घटनाक्रम हुए, वह इस बात के संकेत हैं। मुख्यमंत्रीजी काफी वरिष्ठ और गंभीर राजनेता हैं, जिन्होंने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।मै चाहता हूं कमलनाथ इंदौर प्रत्याशी चयन अपने विश्वस्त लोगों की सलाह से करे। अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर वर्मा ने हलचल मचा दी है।
परिस्थितियां कांग्रेस के पक्ष में
अब परिस्थिति काफी बदली हुई है। यहां से तीन मंत्री हैं। कांग्रेस की सरकार है। इससे अच्छा मौका नहीं है लोकसभा चुनाव जीतने का। लोकसभा स्पीकर और सांसद सुमित्रा महाजन का विरोध सत्यनारायण सत्तन कर रहे हैं। हजारों घर तक उनकी पहुंच है। ऐसे में सभी को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए। दूसरे अन्य नेताओं ने भी कहा कि चुनाव सामने हैं। कार्यकर्ता, नेताओं का मनोबल बढ़ाने की जरूरत है न कि उन्हें कमजोर करने की।
वर्मा ने इसलिए लगाए पार्टी पर आरोप
मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शहर में थे, उन्हें चार्टर प्लेन से रीवा जाना था, लेकिन प्लेन करीब सवा घंटा देरी से आया। दिग्विजय ने एयरपोर्ट पर ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ यह वक्त गुजारा। वे परिसर में ही खड़े-खड़े कार्यकर्ताओं से बात करते रहे। इस दौरान लोकसभा चुनाव के दावेदारों को लेकर भी चर्चा चली। दिग्विजय सिंह कहा- मैं इंदौर से दावेदारों के नाम मैं लूंगा। आप लोग बताना कि उनमें से कौन-सा ठीक रहेगा?
आप सिर्फ सुनना, इसको लेकर सीधे मत बोलना, धीरे से मेरे कान में बता देना। पंकज संघवी, सत्यनारायण पटेल, प्रीति अग्निहोत्री, अरविंद बागड़ी, अर्चना जायसवाल, पूनम माथुर। (फिर कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल की ओर इशारा करते हुए) विनय तुम चुनाव लड़ोगे। हां बोलो तो कमलनाथ से बात करता हूं। उसी वक्त दिग्विजय के फोन पर कमलनाथ का कॉल आ गया। स्पीकर ऑन करने के बाद दिग्विजय ने कहा - इंदौर से विनय को चुनाव लड़वा दें। कमलनाथ ने कहा - नहीं, वो जीतने वाला कैंडिडेट नहीं है। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा स्पीकर ऑन करके बात कर रहा हूं, यह सुन कमलनाथ ने कहा - अच्छा कैंडिडेट रहेगा। इसके बाद से ही कांग्रेसी नेता अलग-थलग नजर आ रहे हैं।
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