इंदौर में किसानों का प्रदर्शन सड़क पर फेंके प्याज, शामिल हुए शिवराज
March 9/2019
इंदौर : भाजपा ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर किसानों के साथ धोखे का आरोप लगाते हुए शनिवार को कलेक्टर कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान प्याज की सही कीमत नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए ट्रैक्टर में भरी प्याज को किसानों से कलेक्ट्रेट के सड़क पर फैला दिया और उसके ऊपर बैठकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कि हम सरकार तक किसानों, मजदूरों, युवाओं और हर वर्ग की आवाज को पहुंचाने के लिए कलेक्टोरेट घेराव कर जनता के अधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदेश की जनता के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे।प्रदेश की जनता के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे ।शिवराज यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कमलनाथ सुन लें, मैं यह खेल नहीं चलने दूंगा, 2100 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का दाम देना पड़ेगा। फसल जो बर्बाद हुई, उसका भी मुआवजा देना होगा
कि हम सरकार तक किसानों, मजदूरों, युवाओं और हर वर्ग की आवाज को पहुंचाने के लिए कलेक्टोरेट घेराव कर जनता के अधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदेश की जनता के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे।प्रदेश की जनता के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे ।शिवराज यही नही रुके उन्होंने आगे कहा कमलनाथ सुन लें, मैं यह खेल नहीं चलने दूंगा, 2100 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का दाम देना पड़ेगा। फसल जो बर्बाद हुई, उसका भी मुआवजा देना होगा
धरने में पहुंचे शिवराज
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शन में शामिल होने आए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया !
सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे
जानकारी के अनुसार कार्यकर्ताओं ने कहा सरकार की मनमानी नहीं चलने देंगे। कर्जमाफी के नाम पर भी सरकार ने लाल पीले फार्म बांट दिए। लेकिन, किसी का भी कर्ज माफ नहीं किया। हम इस सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे। ये सरकार लोकसभा चुनाव तक किसानों को टालना चाहती है, ताकि फिर वोट ले लिया जाए और चुनाव बाद हाथ ऊंचे कर दिए जाएं। भाजपाइयों ने आरोप लगाया कि जब से ये सरकार आई है अपराधों में इजाफा हुआ है। किसानों के साथ कर्जमाफी के नाम पर ऐसा छलावा किया गया कि किसान बेहाल हैं।
कर्जमाफी पर भी बोला हमला
शिवराज ने कहा कि सोयाबीन और मक्का का 500 रुपया बोनस का नहीं मिला। किसानों को बोरियां नहीं मिली, तो अपनी बोरियों में धान भरकर रख दिया और बारिश में वह खराब हो गया। सरकार से पूछा, तो कहा कि पोर्टल ही बंद हो गया था। ऐसा ही रहा, तो हम तुम्हारी सरकार चलना बंद कर देंगे ।चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची है। कांग्रेस ने कहा था कि 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे। आज 200, 300, 400 रुपये देकर कांग्रेस किसानों के साथ कर्ज माफी के नाम पर मजाक कर रही है।किसानों का कर्जा माफ होना है, कुल 56 हजार करोड़ रुपये का और सरकार ने दिया केवल 6000 करोड़ रुपये, वह भी कर्ज माफी के लिए नहीं, बल्कि पूरे विभाग को।। कथनी और करनी में फर्क, इसी को कहते हैं।किसानों के साथ कांग्रेस सरकार जो वादाखिलाफी कर रही है, वह सुन ले कि आज मैं उसके खिलाफ संघर्ष का ऐलान कर रहा हूं। कमलनाथ सुन लें, मैं यह खेल नहीं चलने दूंगा, 2100 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं का दाम देना पड़ेगा। फसल जो बर्बाद हुई, उसका मुआवजा देना होगा ।
शिलान्यास और लोकार्पण को लेकर भी बोला हमला
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं में तो लोकार्पण और शिलान्यास की ऐसी होड़ लगी है कि जेब में नारियल लेकर घूम रहे हैं, जहां भी मौका मिला फोड़ दिया। ग्वालियर में अस्पताल का मैंने शिलान्यास कर दिया था, निर्माण कार्य चल रहा था, फिर भी उसके शिलान्यास के लिए महाराज पहुंच गये। चारों तरफ अराजकता का बोलबाला है। कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों को अपमानित कर रही है। लोकार्पण और शिलान्यास के उनके अधिकारों से उन्हें वंचित किया जा रहा है। हम यह अन्याय नहीं होने देंगे।
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